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A tech journalist and reviewer specialising in audio products, Ali looks after reviews and videos for bgr.in. He started out in print media, but soon moved on to the web, where he found his groove. You'll often find him with fancy headphones on his head, or complaining about the long commute to work.
हालाँकि हमेशा से ही Pixel फोंस और iPhone ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने में सफल होते हैं, और इसके अलावा यूजर्स या लोगों को इसको लेकर कोई फर्क नहीं पड़ता है कि तकनीकी किस ओर आगे बढ़ रही है, या नहीं बढ़ रही है। और जहां एक डिवाइस को खरीदने की बात आती है, वहां वैल्यू ज्यादा मैटर करती है न कि तकनीकी। और उन लोगों के लिए जिनकी तनख्वा ज्यादा नहीं है उनके लिए पैसों को कैसे भी बचा लेना सबसे ज्यादा मैटर करता है। और इसे देखते हुए कुछ डिवाइस बाजार में आते हैं, ऐसा ही एक डिवाइस है JioPhone।
काफी समय से इस बात की चर्चाएं चल रही थी कि आखिर Xiaomi क्या लॉन्च करने वाला है, कुछ लीक्स जरुर सामने आये थे, लेकिन सभी रुमर्स और अन्य चीजों को पीछे छोड़ते हुए चीनी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी ने अपने नए स्मार्टफोन को भारत में पेश कर ही दिया है। आपको बता दें कि आज भारत में Xiaomi ने अपने Xiaomi Redmi Y1 स्मार्टफोन को लॉन्च किया है। इस स्मार्टफोन को खासतौर पर भारत के सेल्फी को पसंद करने वाले यूजर्स के लिए पेश किया गया है। स्मार्टफोन में एक 16-मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा मौजूद है, जो इसकी सबसे बड़ी खासियत है, साथ ही इसकी कीमत की चर्चा करें तो स्मार्टफोन 3जीबी रैम और 32जीबी स्टोरेज की कीमत Rs. 8,999 व 4जीबी रैम और 64जीबी स्टोरेज वाले वेरिएंट की कीमत Rs. 10,999 रुपए है। इसका सीधा सा मतलब है कि भारत में Xiaomi अपने सेल्फी स्मार्टफोन के बल पर भारत के ऑफलाइन बाजार पर अपने अच्छे खासे दबदबे को टक्कर देने की कोशिश में है।
जब आप एक बेजल लेस स्मार्टफोन के बारे में सोचते हैं तो सबसे पहले आपके दिमाग में क्या आता है? हालाँकि यहाँ यह कहना सही होगा कि ज्यादातर लोगों के मन में सबसे पहला जो ख्याल आता होगा वह बिना किसी झिझक के Apple iPhone X ही होगा। हालाँकि कुछ Essential PH-1 के बारे में भी सोच सकते हैं, और कुछ ऐसा भी हो सकता है कि Sharp Aquos S2 के बारे में सोचने लगे। हालाँकि इन सब स्मार्टफोंस के बारे में चर्चा करने के बाद भी एक नाम जो आपके मन में आता है, वह Xiaomi Mi MIX का ही होगा, क्यों सही कहा न?
आज के समय में कई स्मार्टफोन्स स्टैंडर्ड स्क्रीन 18:9 एस्पेक्ट रेशियो के साथ आने लगे हैं। पिछले साल वाइड स्क्रीन के साथ हमने शाओमी Mi Mix को देखा था। यह स्मार्टफोन 17:9 एस्पेक्ट रेशियो के साथ पेश किया गया था। इसके बाद सैमसंग और एलजी के कुछ फ्लैगशिप डिवाइस को इस कॉन्सेप्ट पर पेश किया गया। वहीं, अब इस रेस में कुछ बजट फोन निर्माता कंपनियां भी शामिल हो गई हैं।
एंड्राइड OS की व्यापक तौर पर स्वीकृति पर सीधा सा मतलब था कि वह नोकिया को पसंद करने वाले और नोकिया के लिए एक बुरा समय था, हालाँकि बाद में नोकिया ने बाजार में बने रहने के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम के तौर पर विंडोज फोन को चुना। हालाँकि एक बार फिर से एक नई ओनरशिप के साथ कंपनी बाजार में लौट आई है। आपको बता दें कि नोकिया अपन HMD ग्लोबल एक साथ मिलकर अपने स्मार्ट[फोंस लॉन्च कर रही है। और जब तक की नोकिया का बहुप्रतीक्षित स्मार्टफोन नोकिया 8 लॉन्च नहीं हो जाता है तब तक कंपनी अपने बजट रेंज में आने वाले स्मार्टफोंस पर ज्यादा ध्यान दे रही है।
वाइड एस्पेक्ट रेशियो स्क्रीन वाले स्मार्टफोन अब कोई बड़ी बात नहीं रही है। भारतीय बाजार में पहले से ही सैमसंग और एलजी अपने फोन को 18:9 हाइ एस्पेक्ट रेशियो के साथ पेश कर चुके हैं। ऐसे में दूसरी स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों का इस तरह के फोन पेश करना कोई आश्चर्यजनक नहीं है। भारतीय मोबाइल फोन निर्माता माइक्रोमैक्स ने भी इसी रेस में शामिल होते हुए बड़ी स्क्रीन के स्मार्टफोन को पेश किया है।
माइक्रोसॉफ्ट द्वारा अधिग्रहण के बाद, एक नई तरह की ब्रांडिंग के बाद, कुछ समय पहले तक हम बस यही सोच रहे थे कि हमने इस मोबाइल फ़ोन ब्रांड को आखिरी बार देखा है। हालाँकि जैसा कि हम सब ही लगभग सभी इस मोबाइल ब्रांड के फोन को इस्तेमाल करके नही बड़े हुए हैं, और माइक्रोसॉफ्ट के बाद ऐसा भी सामने आया है कि Nokia ब्रांड बाजार में बना रहा है और लोगों के मानों से उतरा नहीं है। हालाँकि जैसे जैसे समय बीतता गया वैसे वैसे लोग एंड्राइड और iOS की ओर अपने कदमों को ले जाने लगे और इसके बाद नोकिया कुछ समय के लीयते मानों सच में ही कहीं गायब हो गया। ऐसा इसलिए भी हुआ क्योंकि इसमें नए OS का इस्तेमाल उसी समय नहीं किया गया।
ब्लैकबेरी का नाम लेते ही उस समय की याद आ जाती है जब स्मार्टफोन काफी सरल होते थे और स्क्रीन पर कीबोर्ड भी नहीं थे। उस समय हमारी इंटरनेट आवश्यकताओं को बीबीएम पूरा किया करता था। लेकिन, एंड्राइड और आईओएस स्मार्टफोन के आते है ब्लैकबेरी कहीं खो सा गया था। वहीं, ब्लैकबेरी ओएस भी समय के साथ लोगों में अपनी रुची बनाए रखने में नाकाम रहे।
भारत में अभी तक जिस तकनीकी को देखा नहीं गया है, और भारत इसके लिए पूरी तरह से तैयार भी नहीं है वह है ड्राईवरलेस कार। ऐसे देश में जहां सड़कें नेविगेट करने के लिए एक रोबोट पर भरोसा करने के लिए बहुत ज्यादा अराजक हैं, भारत में अभी इस तरह का माहौल नहीं बना है इसमें अभी समय लग सकता है, और अभी हम उतना ज्यादा इस तकनीक के लिए परेशान भी नहीं है। अभी हम अपने खुद से ड्राइविंग कर सकते हैं, और आने वाले कुछ समय के लुए हमें ऐसा करते रहना होगा। हालाँकि इसका मतलब ये नहीं है कि आप अपनी कार में किसी अन्य तकनीक का इस्तेमाल नहीं कर सकते है। तो क्या आप कर सकते हैं?
काफी दिनों से सामने आ रही जानकारियों और लीक के बाद आखिर वनप्लस ने अपने अगले फ्लैगशिप स्मार्टफोन OnePlus 5 को ग्लोबली लॉन्च कर दिया है। इस फोन के लॉन्च होने के बाद अब हम इसकी तुलना कंपनी के पुराने फोन OnePlus 3T से कर सकते हैं। OnePlus 5 को वैसे तो कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन के साथ पेश किया गया है, वहीं बहुत सारे पहलू एक जैसे हैं। यहां हमने इन दोनों फोन्स की तुलना की है। तो चलिए आइए जानते हैं कैसा दोनों फोन्स में क्या है अंतर।