सीमा विवाद के बीच 29 जून को 59 चीनी एप (Chinese App) पर प्रतिबंध के बाद, प्रभावित कंपनियों ने देश में कर्मचारियों की छंटनी प्रारंभ कर दी है, क्योंकि उन्हें भारी नुकसान हो रहा है। अलीबाबा की अनुषांगिक यूसी वेब, जो यूसी ब्राउजर और यूसी न्यूज का संचालन करती है, ने पहले ही देश में अपनी सेवा बंद कर दी है, जिससे इसके गुरुग्राम और मुंबई कार्यालयों में लोगों की छंटनी प्रारंभ हो गई है। यह कंपनी प्रतिबंधित चीनी एप की सूची में शामिल है। Also Read - WhatsApp की बादशाहत खत्म? जनवरी में Telegram हुआ 6.3 करोड़ बार डाउनलोड
यूसी के एक प्रवक्ता ने कहा, “हमने 59 एप (Chinese App) से संबंधित सरकार के दिशानिर्देशों का पालन किया है और सेवा को बंद कर दिया है।” इससे पहले 7 जुलाई को जारी बयान में, यूसी ब्राउजर ने अपने भारतीय यूजर्स को चेतावनी दी थी कि अब उनका डेटा 10 जुलाई के बाद प्रयोग में नहीं लाया जा सकेगा। Also Read - PUBG Mobile India launch Update: पबजी की वापसी की फिर जगी उम्मीद, जानें वजह
Chinese App ने बैन पर क्या कहा
बयान में कहा गया था, “हम हालिया सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करेंगे..जिससे हमारी सेवा प्रभावित हो सकती है.कृपया अपने महत्वपूर्ण डेटा यूसी एप से निकाल कर अपने डिवाइस में सुरक्षित रख लें, 10 जुलाई 2020 के बाद ऐसा नहीं हो सकेगा।” Also Read - Instant Loan Apps: एक क्लिक में लोन लेना पड़ रहा भारी, भारत से 21 हजार करोड़ रुपये हुए चीन ट्रांसफर
दूसरी तरफ, चीन की दिग्गज कंटेंट कंपनी बाइटडांस के स्वामित्व वाली टिकटॉक को बैन से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, क्योंकि बैन से पहले भारत में इसके 12 करोड़ यूजर्स थे। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, बाइटडांस को करीब 6 अरब डॉलर का नुकसान होगा, क्योंकि प्रतिबंधित 59 एप्स में से इसके तीन एप शामिल हैं।
चीन के बीजिंग में स्थित डेवलपर कंपनी यूनीकॉर्न बाइटडांस द्वारा निर्मित शॉर्ट वीडियो-शेयरिंग ऐप टिकटॉक के बारे में ऐसा बताया जा रहा है कि इसने लंदन में वैश्विक मुख्यालय खोलने की बात को रोक दिया है। एक सूत्र के हवाले से द संडे टाइम्स में पेश की गई रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विभाग के साथ महीनों बातचीत के बाद बाइटडांस ने व्यापक भू-राजनीतिक संदर्भ के चलते चर्चा को रोक दिया है।
ब्रिटेन सरकार द्वारा अगले साल से 5जी के लिए नई हुवावे किट्स की खरीदारी पर प्रतिबंध लगाए जाने और यह कहने कि साल 2027 के अंत तक चीन की इस बड़ी दूरसंचार कंपनी के उपकरण 5जी नेटवर्क्स से पूरी तरह से हटा दिए जाएंगे, के मुश्किल से एक हफ्ते बाद ही अब यह खबर आई है।