भारत में अब लैंग्वेज बेस्ड माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म का चलन धीरे-धीरे बढ़ रहा है। Koo App भी भारतीय मार्केट में मौजूद एक ऐसा ही एप है जो भारतीय लोगों को अपने खुद की लैंग्वेज में अपने आइडिया को शेयर करने का प्लेटफॉर्म प्रदान करता है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भरता और डिजिटल इंडिया के कॉन्सेप्ट से अब और इस सेगमेंट के बढ़ने के आसार हैं। आप Twitter की तरह इसमें चीजों को पोस्ट करने के साथ इमेज और वीडियो को अटैच कर सकते हैं।
इसके अलावा आप दूसरे के पोस्ट पर कमेंट करने के साथ उसे फॉलो भी कर सकते हैं। कंपनी ने इस प्लेटफॉर्म में हिंदी के अलावा तमिल, कन्नड, और तेलगु भाषा में लॉन्च किया है। वहीं कंपनी आने वाले समय में मराठी, गुजराती, पंजाबी, आसामी, बांग्ला, मलयालम, उड़िया जैसी भाषाएं भी इस प्लेटफॉर्म में शामिल करेगी। इसमें आपको ऑडियो, वीडियो और टेक्स्ट तीनों का ऑप्शन मिलता है। Also Read - New IT Rule 2021: सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों की खैर नहीं, सरकार ने बनाए सख्त नियम
कंपनी ने अपने इस एप को एंड्रॉइड और iOS दोनों के लिए उपलब्ध करवाया है। कंपनी के इस प्लेटफॉर्म में पॉलिटिशन, न्यूज पब्लिकेशन, सेलिब्रेटी के साथ कई लोग पहले से ही जुड़े हुए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में अभी भी ज्यादातर लोग इंग्लिश के बजाए अपनी लैंग्वेज में बात करते हैं, ऐसे में ऐसा प्लेटफॉर्म काफी महत्वपूर्ण हो सकता है, जहां लोग अपनी लैंग्वेज में अपने आइ़डिया को दूसरों से शेयर करने के साथ उनसे चैट कर पाएंगे।
इस प्लेटफॉर्म को हिंदी समेत अन्य रीजनल लैंग्वेज के साथ लॉन्च किया गया है। इसमें इंग्लिश लैंग्वेज को नहीं जोड़ा गया है। कंपनी का मकसद उस प्लेटफॉर्म पर ऐसे लोगों को लाना है जो अपनी रीजनल लैंग्वेज का इस्तेमाल अपने दोस्तो, फैमिली मेंबर्स से चैट करने के लिए करना चाहते हैं। Also Read - New Guidelines For Digital Media: Social Media और OTT प्लेटफॉर्म्स पर सरकार का बड़ा फैसला, नहीं चलेगी मनमानी