फेसबुक पर कैंब्रिज एनालिटिका से यूजर्स को प्रोटेक्ट करने में असफल रहने पर जुर्माना लगा है। फेसबुक पर यह जुर्माना डाटा प्रोटेक्शन एक्ट के तहत लगा है। ब्रिटेन की वॉचडॉग कमेटी द इंफॉर्मेशन कमिशनर्स ऑफिस (आईसीओ) ने फेसबुक पर यह जुर्माना लगाया है। आईसीओ का कहना है कि फेसबुक यूजर्स के डाटा को प्रोटेक्ट करने में असफल रहा है। कमेटी ने कैंब्रिज एनालिटिका के जरिए करोड़ों यूजर्स के डाटा लीक करने पर फेसबुक को भारी जुर्माना लगाया है।यह जुर्माना 664,000 डॉलर है। Also Read - Facebook-Instagram से कमाई होगी आसान, Meta ने अनाउंस किए 5 नए फीचर्स
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फेसबुक ने ब्रिटेन की एनालिटिका फर्म कैंब्रिज एनालिटिका को यूजर्स के डाटा का एक्सेस दिया था। इस फर्म ने 8 करोड़ यूजर्स के डाटा के जरिए कथित तौर पर अमेरिकी चुनाव को प्रभावित किया। हालांकि, अभी अमेरिका में इस मामले की जांच चल रही है। कैंब्रिज एनालिटिका फर्म चुनाव की रणनीति बनाने वाली फर्म थी। डाटा में हुई इतनी बड़ी सेंधमारी के बाद फेसबुक विवादों में घिर गया था।
कई देशों ने फेसबुक से सफाई मांगी कि कहीं उसने उनके यहां के चुनाव तो प्रभावित नहीं किए? भारत ने भी फेसबुक को सख्त चेतावनी दी थी कि अगर भारतीय चुनाव में फेसबुक की किसी भी तरह की भूमिका रहती है तो उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग को इस विवाद के बाद कई कमेटियों का सामना करना पड़ा था।
आईसीओ का कहना है कि फेसबुक यूजर्स के डाटा को बचाने में असफल रहा है। यह डाटा प्रोटेक्शन एक्ट का उल्लंघन है। आईसीओ का यह भी कहना है कि फेसबुक के डाटा के जरिए क्रैंबिज एनालिटिका ने यूरोपीयन यूनियन के देशों की पब्लिक ओपिनियन को मैन्यूप्लेट करने की कोशिश की।
हालांकि, कमेटी ने इस बारे में अभी फेसबुक से चर्चा नहीं की है। कहा जा रहा है कि इस भारी जुर्माने की राशि को कम किया जा सकता है।