MobiKwik पेमेंट ऐप चर्चा में बना हुआ है। रिपोर्ट्स की मानें तो ऐप यूजर्स का डेटा लीक हुआ है, जो 8.2TB का है। इस डेटा में KYC डिटेल्स, घर का पता, फोन नंबर और आधार कार्ड जैसी डिटेल्स मौजूद हैं। यह डेटा डार्क वेब पर बिक रहा है। रिपोर्ट की मानें तो इसमें लगभग 35 लाख यूजर्स का डेटा है। हालांकि, कंपनी ने इस डेटा लीक से इनकार किया है। इस लीक के संबंध में पहली बार फरवरी में रिपोर्ट आई थी। Also Read - एक और बडा डेटा लीक, LinkedIn के 50 करोड़ यूजर्स की निजी जानकारियां हुई सार्वजनिक
सिक्योरिटी रिसर्चर राजशेखर राजाहारिया ने इस संबंध में पहली बार जानकारी साझा की थी। हालांकि, कंपनी ने उस वक्त ऐसी किसी भी घटना से इनकार किया था। सोमवार को डार्क-वेब की एक लिंक ऑनलाइन सर्कुलेट हुई और कई सारे यूजर्स ने ट्विटर पर अपनी पर्सनल डिटेल्स दिखने की पुष्टि की है। कई यूजर्स ने MobiKwik यूजर डेटा की फोटो भी पोस्ट की है। Also Read - Facebook का एक और बड़ा डेटा लीक, 53 करोड़ से ज्यादा यूजर्स के फोन नंबर और निजी जानकारियां आई सामने
इतने में बिक रहा MobiKwik यूजर्स का डेटा
रिपोर्ट्स की मानें तो यह डेटा डार्क वेब पर 1.5 बिटकॉइन लगभग 86,000 डॉलर में बिक रहा था। MobiKwik के प्रवक्ता ने बताया, ‘कुछ कथित रिसर्चर्स लगातार हमारी संस्था का समय बर्बाद करने की कोशिश कर रहे हैं। संस्था के साथ-साथ ऐसे लोग मीडिया का समय भी बर्बाद करते हैं। हमने इस मामले में जांच की है और कोई भी सिक्योरिटी संबंधी चूक नहीं मिली। हमारे यूजर्स और कंपनी का डेटा पूरी तरह से सुरक्षित हैं।’ Also Read - Facebook Data Leak : Telegram पर बेचे जा रहे हैं 50 करोड़ फेसबुक यूजर के मोबाइल नंबर
रिसर्चर राजशेखर ने 26 फरवरी को ट्वीट किया, ’11 करोड़ भारतीय कार्डहोल्डर्स के कार्ड के डेटा के साथ-साथ KYC सॉफ्ट कॉपी स्कैन (पैक, आधार आदि) की जानकारी कंपनी के सर्वर से कथित तौर पर लीक हुई है। 6TB की KYC डेटा और 350GB का कंप्रेस्ड mysql डंप है।’ पिछले हफ्ते MobiKwik ने 72 लाख डॉलर का फंड स्टॉक एक्सचेंज से इकट्ठा किया है। हालांकि, कंपनी ने अभी तक यूजर्स डेटा लीक की बात को स्वीकार नहीं की है।