Twitter को प्राइवेसी केस को निपटाने के लिए 150 मिलियन डॉलर यानी करीब 15 करोड़ डॉलर का भुगतान करना होगा। फेडरल ट्रेड कमीशन (Federal Trade Commission) और डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (Department of Justice) ने ट्विटर पर आरोप लगाया है कि उसने यूजर्स को प्राइवेसी को मजबूत करने के बहाने उनसे लिए गए फोन नंबर और ईमेल एड्रेस का गलत इस्तेमाल किया है। Also Read - Twitter Down होने से दुनिया भर में यूजर्स परेशान, लोडिंग में हो रही थी दिक्कत
Twitter ने यूजर्स के इन प्राइवेट डेटा को पैसे कमाने के लिए विज्ञापनदाताओं को बेचा है। इसी केस का निपटारा करने के लिए अब फेडरल ट्रेड कमीशन और डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ने ट्विटर को 15 करोड़ डॉलर का भुगतान करने को कहा है। Also Read - Elon Musk ने Twitter CEO को दिया ओपन डिबेट का चैलेंज, कही ये बड़ी बात
ट्विटर ने पर्सनल डेटा का किया मिस-यूज
इस कमीशन के अध्यक्ष लीना खान ने कहा कि ट्विटर ने यूजर्स से कहा था कि वो उनके प्राइवेसी को सेफ करने के लिए यूजर्स का डेटा ले रहा है, लेकिन ट्विटर ने यूजर्स के उन डेटा का गलत इस्तेमाल किया और उसे विज्ञापनदाताओं को बेच कर पैसे कमाएं। Also Read - बिक गया 54 लाख यूजर्स का डेटा, Twitter ने माना हुआ था अटैक
एक आम यूजर्स जब ट्विटर या Facebook जैसी टेक कंपनियों के सर्विस या प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल करता है तो वो अपनी निजी जानकारियों को बड़े भरोसे के साथ कंपनी को बताता है। अब यूजर्स के उन डेटा का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए, इस पर फेसबुक यानी मेटा और ट्विटर जैसी कंपनियों में कई बार विवाद हुआ है। ऐसे मामले कई बार सामने आए है, जिसमें इन कंपनियों ने यूजर्स के पर्सनल डेटा का गलत इस्तेमाल किया है।
2FA के लिए यूजर्स ने दिया था डेटा
नियामकों ने ट्विटर के इस प्राइवेसी केस के बारे में कहा कि, 2019 में खत्म होने वाली पांच साल के पीरियड के दौरान ट्विटर यूज करने वाले करीब 14 करोड़ से ज्यादा यूजर्स ने 2FA यानी टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2 factor authentication) के लिए ट्विटर को अपना फोन नंबर और ई-मेल एड्रेस की जानकारी दी थी।
फैडरल ट्रेड कमीशन ने कहा कि यूजर्स से पर्मिशन लिए या उन्हें बताए बिना ही ट्विटर ने यूजर्स के निजी डेटा का यूज विज्ञापनदाताओं को करने दिया। यूएस अटॉर्नी स्टेफनी हिंड्स ने कहा, कि जो यूजर्स अपने Personal Data किसी भी टेक कंपनी के साथ शेयर कर रहे हैं, उन्हें यह जानने का अधिकार है कि क्या उनके उस डेटा का इस्तेमाल विज्ञापनदाता अपने ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए कर रहे हैं या नहीं।
इस वजह से अब ट्विटर ने इस सैटलमेंट डील को मंजूरी दी है। रिपोर्ट के मुताबिक ट्विटर 15 करोड़ डॉलर का भुगतान करने के लिए तैयार है और ट्विटर ने ये भी कहा कि वो इस समस्या से बचने के लिए नए प्लान्स को लागू भी करेगा।