इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप WhatsApp यूं तो अपने प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को बेहतर एक्सपीरियंस देने के लिए नए-नए फीचर्स पेश करता रहता है। हालांकि, फीचर्स के अलावा व्हाट्सऐप लगातार यूजर्स की सेफ्टी और सिक्योरिटी को भी प्राथमिकता देता है। हाल ही में जानकारी सामने आई थी कि व्हाट्सऐप ने मई महीने में 19 लाख से ज्यादा व्हाट्सऐप अकाउंट को बैन कर दिया था। वहीं, अब लेटेस्ट रिपोर्ट में सामने आया है कि कंपनी ने एक बार फिर 22 लाख से ज्यादा अकाउंट्स को बैन किया है। आइए जानते हैं कंपनी बार-बार लाखों अकाउंट्स को क्यों कर रही है बैन। Also Read - पाक के पूर्व PM इमरान खान का Instagram अकाउंट हैक, Elon Musk के नाम से हुआ फेक पोस्ट
WhatsApp ने बैन किए इतने अकाउंट
कंपनी ने नए IT Rule, 2021 के तहत अपनी मंथली रिपोर्ट सबमिट की है। इस रिपोर्ट के जरिए खुलासा हुआ है कि Meta के स्वामित्व वाले इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप WhatsApp ने नए आईटी नियम 2021 के तहत 22 लाख से ज्यादा व्हाट्सऐप अकाउंट को बैन किया गया है। कहा जा रहा है कि ऐप को भारत में जून महीने में 632 शिकायतें प्राप्त हुईं थी, जिनमें से उन्होंने 64 शिकायतों पर एक्शन लिया है। Also Read - WhatsApp में जल्द आएंगे ये 5 फीचर, बदलेगा चैटिंग का अंदाज
आपको बता दें, मई महीने में 528 शिकायतें रिपोर्ट हुई थी, जिनमें से ऐप ने 24 शिकायतों पर एक्शन लिया था। मई महीने में 19 लाख से ज्यादा व्हाट्सऐप अकाउंट्स को बैन किया गया था। Also Read - WhatsApp में अब ग्रुप एडमिन सभी के लिए डिलीट कर पाएंगे कोई भी मैसेज, आया नया फीचर
क्यों बैन हुए ये अकाउंट्स
कंपनी के अनुसार, जो भी अकाउंट Whatsapp के नियम व शर्तों का उल्लंघन करेंगे, उन्हें बैन कर दिया जाएगा। व्हाट्सऐप नियम व शर्तों के अनुसार, आप इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर गैर-कानूनी, अश्लील, धमकाने-डराने व नफरत फैलाने वाले कॉन्टेंट को शेयर नहीं कर सकते। जो भी अकाउंट इस तरह की गतिविधि करता है, उन अकाउंट के खिलाफ एक्शन लेते हुए कंपनी उन्हें बैन कर देती है।
कंपनी का कहना है कि वह यूजर्स की सेफ्टी व सिक्योरिटी के लिए वह लगातार एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग सर्विस को सेफ व सिक्योर बनाने पर काम कर रहे हैं। इसके लिए कंपनी लगातार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी, डेटा साइंटिस्ट व एक्सपर्ट आदि पर इनवेस्ट कर रहे हैं।
क्या है नया IT Rule, 2021?
आपको बता दें, नए आईटी नियम के तहत 50 लाख से ज्यादा यूजर्स वाले डिजिटल प्लेटफॉर्म को हर महीने एक रिपोर्ट पब्लिश करनी होगी, जिसमें वह यूजर्स से मिली शिकायतों और कंपनी के एक्शन की जानकारी देंगे।