भारतीय प्रतिभूति एवं विनियामक बोर्ड (सेबी) करीब एक दर्जन प्रतिष्ठित सूचीबद्ध कंपनियों की बाजार -मूल्य की दृष्टि से संवेदनशील सूचनाओं को कथित तौर पर व्हाट्सएप के लीक करने के मामले में जल्द ही कई कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों और बाजार के कुछ बिचौलियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है। Also Read - WhatsApp पर अब 2 दिन बाद भी 'Delete for everyone' के तहत मैसेज होंगे डिलीट, ये है नई टाइम लिमिट!
Also Read - WhatsApp ला रहा कमाल का फीचर, किसी को नहीं चलेगा पता आप ऑनलाइन हैं या नहींसेबी के सूत्रों ने बताया कि इस मामले में कंपनियों की इस बात के लिए निंदा की भी की जा सकती है कि शेयर बाजार की दृष्टि से संवेदनशील अप्रकाशित सूचनाओं को संभालने उपायों में उनके यहां कोताही बरती जाती है। इस तरह की सूचनाओं में किसी कंपनी के वित्तीय परिणाम की सूचना भी शामिल हैं जो सभी निवेशकों के लिए सार्वजनिक किए जाने से पहले ही इस तरह से लीक कर दी गयी हो । Also Read - WhatsApp ने मई में बैन किए 19 लाख से भी ज्यादा भारतीय अकाउंट, जानें वजह
इस मामले में सेबी अपनी जांच पूरी क रने के करीब है। अधिकारियों ने बताया कि सेबी यह भी देख रहा है कि लीक हुई सूचना के आधार पर भेदिया कारोबार के माध्यम से किसी तरह का संदिग्ध और गैर कानूनी लाभ तो पहीं पहुंचा। इसके लिए वह सभी संबंधित कंपनियों से जानकारियां जुटा रहा है। इस संबंध में लगभग सभी संबद्ध कंपनियों ने सेबी के सवालों के जवाब भेज दिए हैं।
शीर्ष अधिकारियों के अनुसार सेबी उन कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सकती है जो इस संबंध में किसी की जिम्मेदारी तय करने में विफल रही हैं। इसके अलावा बाजार संचालकों और कुछ ब्रोकरेज कंपनियों के सदस्य भी सेबी की जांच के दायरे में हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते एचडीएफसी बैंक ने शेयर बाजार को बताया था कि उसने इस संबंध में सेबी के सवालों के जवाब भेज दिए हैं। सेबी ने इस मामले की जांच एक मीडिया रपट के आधार पर नवंबर 2017 में शुरु की थी। यह मामला विभिन्न कंपनियों की वित्तीय जानकारी समय से पहले व्हाट्सएप पर लीक होने से जुड़ा है। इनमें एचडीएफसी बैंक और टाटा मोटर्स जैसे बड़े नाम शामिल हैं।