भारत में ऑटोमोबाइल कंपनियां लगातार गाड़ियों के दाम बढ़ा रही हैं। मई 2022 में Price Hike करने वाली कंपनियों में अब बजाज ऑटो और रॉयल एनफील्ड का नाम भी शामिल हो गया है। बजाज ऑटो ने पल्सर N250 और F250 की कीमतों में करीब 4,000 रुपये की बढ़ोतरी की है। वहीं रॉयल एनफील्ड ने अपनी कुछ पॉपुलर मोटरसाइकलों के दाम बढ़ा दिए हैं। Also Read - सनी देओल ने खरीदी Land Rover Defender 110, जानें कितनी है इस दमदार SUV की कीमत
कीमतों में बढ़ोतरी के बाद, Bajaj Pulsar N250 की कीमत अब 1.43 लाख रुपये हो गई है, जबकि Bajaj Pulsar F250 की कीमत 1.45 लाख रुपये हो गई है। इस साल में यह दूसरी बार है जब बजाज ने पल्सर 250 की कीमतों में बढ़ोतरी की है। इससे पहले फरवरी में कीमतों में 1,000 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी। Also Read - Hero Splendor+ XTEC: अब पहले से और जबरदस्त हो गई आपकी पसंदीदा बाइक, जानिए कीमत
कीमतों में वृद्धि के अलावा, पल्सर N250 और F250 अब कैरेबियन ब्लू के तीसरे कलर ऑप्शन के साथ उपलब्ध हैं। Also Read - फैन्स का दिल जीतने आ रही 2022 Triumph Tiger 1200 बाइक, जानिए कब होगी लॉन्च
Bajaj Pulsar F250 का इंजन
Bajaj Pulsar F250 में 249.07cc, SOHC, एयर और ऑयल-कूल्ड इंजन मिलता है, जो 24.5hp की पावर और 21.5Nm पीक टॉर्क जनरेट करता है। इसे 5-स्पीड गियरबॉक्स में स्लिप और असिस्ट क्लच के साथ जोड़ा गया है। पल्सर N250 और F250 में एक ट्यूबलर स्टील फ्रेम लगाया गया है।
Royal Enfield Classic 350 और 650cc मॉडल की कीमतें बढ़ीं
पिछले साल सितंबर में लॉन्च होने पर, Royal Enfield Classic 350 की कीमत 1.84 लाख रुपये थी, बाद में बाइक की कीमत में बढ़ोतरी हुई जिससे इसकी शुरुआती कीमत 1.87 लाख रुपये हो गई। कीमतों में नई Price Hike के बाद एंट्री-लेवल Redditch वेरिएंट की कीमत 1.90 लाख रुपये हो गई है। वहीं टॉप-एंड क्रोम वेरिएंट की कीमत 2.21 लाख रुपये हो गई है। यह इसके लॉन्च प्राइस से लगभग 6,000 रुपये अधिक है।
कंपनी के 650cc ट्विन मॉडल Interceptor 650 और Continental GT 650 के भी दाम बढ़े हैं। इंटरसेप्टर अब 2.88 लाख से- 3.15 लाख रुपये के बीच है, जबकि इसके स्पोर्टियर मॉडल की कीमत 3.06 लाख-3.32 लाख रुपये के बीच है।
कीमतों में बढ़ोतरी के अलावा किसी भी मोटरसाइकल में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि Royal Enfield ने कीमत बढ़ाने की वजह नहीं बताई है, लेकिन माना जा रहा है कि सेमीकंडक्टर की कमी और इनपुट मटेरियल की कीमत बढ़ने की वजह से गाड़ियों की कीमत बढ़ी है।