भारत सरकार लगातार कारों की सेफ्टी पर जोर दे रही है। पिछले साल देश में कारों में 2 एयरबैग होना अनिवार्य कर दिया गया था। मगर क्या आपने सोचा है कि जरूरत के वक्त Airbag काम ही ना करे तो इसकी भरपाई कौन करेगा। हाल में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जो हुंडई की कार से जुड़ा है। Also Read - Hyundai Grand i10 Nios का नया CNG वेरिएंट हुआ लॉन्च, जानें कितनी है कीमत
दरअसल गुजरात स्टेट कंज्यूमर डिस्प्यूट रेड्रेसल कमीशन ने Hyundai India को एक कस्टमर को 1.25 लाख रुपये देने का आदेश दिया है। हुंडई कस्टमर और कंपनी बीच चल रहा यह विवाद 11 साल पुराना है। आइए डिटेल में जानते हैं इस पूरे मामले के बारे में… Also Read - Hyundai Stargazer MPV हुई लॉन्च, Suzuki Ertiga और Kia Carens को देगी टक्कर
जाने Hyundai और कस्टमर के बीच का पूरा मामला
हुआ यूं कि साबरमती, अहमदाबाद के रहने वाले अभय कुमार जैन ने 2010 में Hyundai हैचबैक खरीदी थी। इसके बाद 2011 में यह एक एक्सीडेंट के दौरान पलट गई और पलट गई। हालांकि इस एक्सीडेंट में ड्राइवर समेत सभी पैसेंजर सुरक्षित थे और अभय को इसके बाद इंश्योरेंस कंपनी से 2.75 लाख रुपये मिले। Also Read - सिंगल चार्ज पर 610 किलोमीटर की रेंज, 18 मिनट में 80 फीसदी फास्ट चार्जिंग स्पीड के साथ आई Hyundai Ioniq 6, 5 सेकंड में पकड़ेगी 100km की रफ्तार
इस पूरी घटना में बड़ा पेंच एयरबैग से जुड़ा था। एक्सीडेंट के दौरान कार के एयरबैग नहीं खुले थे। इंश्योरेंस कंपनी के सर्वे के मुताबिक कार के Airbag में गड़बड़ी थी और यह मैनुफैक्चरिंग फाल्ट था। इसकी जानकारी मिलने के बाद अभय ने कंपनी पर केस किया। वहीं डीलर ने तर्क दिया कि इंश्योरेंस कंपनी का सर्वे यह तय नहीं कर सकता कि कार के एयरबैग में गड़बड़ी थी। साथ ही डीलर ने यह भी कहा कि हो सकता है पैसेंजर्स ने सीट बेल्ट न लगाए हों।
Hyundai ने कस्टमर को दिए 1.25 लाख रुपये
अभय ने मुआवजे के तौर पर 2 लाख और कानूनी खर्च के लिए 50,000 रुपये की मांग रखी थी। कोर्ट ने भी इस मामले में हुंडई को गलत माना और इसकी भरपाई के लिए लिए कंपनी को जुर्माना देने को कहा। हालांकि कोर्ट ने इस अमाउंट को आधा कर दिया। इसके बाद हुंडई ने 1 लाख रुपये का मुआवजा और 25,000 रुपये कानूनी खर्चे के तौर पर अभय को दिए।
कैसे काम करते हैं Airbag
ज्यादातर एयरबैग में Guanidine Nitrate नाम का एक्टिव कंपाउंड होता है। यह टक्कर होने 2 मिलीसेकंड में एक्टिव हो जाते हैं। इसके नतीजन नाइट्रोजन गैस बढ़ती है और बैग को 20 से 30 मिलीसेकंड में फुला देती है। इसमें नाइट्रोजन गैस 230 किमी प्रति घंटे की तेजी से फैलती हैं। ज्यादातर कारों में, अगर सीटबेल्ट नहीं लगाया गया है तो एयरबैग काम नहीं करते हैं।