Indian Government ने एक नई स्कीम का प्रपोजल रखा है। इसके तहत सरकार हाइवे से Toll Plaza को पूरी तरह से हटा देगी। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि आपको कोई Toll Tax नहीं लगेगा। इस नए प्रपोजल के लागू होने से आम लोगों को टोल प्लाजा पर लंबी कतारों से राहत मिलेगी। Also Read - How to Check FASTag Account Balance: इन तरीकों से देखें आपके FASTag अकाउंट में बाकी हैं कितने पैसे
दरअसल केंद्रीय मंत्री Nitin Gadkari ने दावा किया है कि सरकार एक नई नंबर प्लेट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने की योजना बना रही है। इसके साथ टोल प्लाजा का काम पूरी तरह से रोक दिया जाएगा और इन पर रुकने या पेमेंट नहीं करनी होगी। Also Read - Vi का शानदार ऑफर, इस प्रीपेड प्लान के साथ मिलेगा 50GB फ्री डाटा
भारत सरकार लाएगी नई Toll टेक्नोलॉजी
राज्यसभा में एक सत्र के दौरान, केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि सरकार एक नई टेक्नोलॉजी लाने की तैयारी में है जो कम्प्यूटराइज्ड डिजिटल सिस्टम का इस्तेमाल करके टोल कलेक्ट करेगी। इसमें कार में लगे GPS के जरिए यूजर के बैंक माउंट से टोल अमाउंट डेबिट हो जाएगा। इसके अलावा एक ऑप्शनल तरीका भी होगा, जिसमें वीइकल की नंबर प्लेट को स्कैन कर टोल वसूला जाएगा। Also Read - 29 फरवरी तक फ्री में मिलेगा FASTag, लेकर जाने होंगे ये डॉक्युमेंट
हालांकि इसे ऑफिशियल किए जाने का फैसला अभी नहीं हुआ है। सरकार फिलहाल इस योजना को अंतिम रूप देने की तैयारी में है।
Toll Tax ना भरने पर लगेगा जुर्माना
केंद्र सरकार इन दोनों ऑप्शन्स पर काम कर रही है और इन दोनों तरीकों में से किसी एक को एक महीने में अंतिम रूप दे दिया जाएगा। टोल कलेक्शन के इस एडवांस तरीके को लागू करने के लिए, केंद्र सरकार संसद में एक विधेयक पेश करेगी। इसमें Toll Tax की पेमेंट न करने वालों के लिए पेनाल्टी लागू करना भी शामिल होगा।
Nitin Gadkari ने की FASTAG सिस्टम की तारीफ
नितिन गडकरी ने संसद में फास्टैग-बेस्ड Toll Collection की तारीफ भी की। मौजूदा समय में टोल कलेक्शन के लिए RFID सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है। National Highways Authority का डेली टोल कलेक्शन लगभग 120 करोड़ रुपये है। केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि FASTAG के जरिए टोल कलेक्शन शुरू होने के बाद से लगभग 5.56 करोड़ फास्टैग जारी किए गए हैं।
सरकार ने टोल प्लाजा पर लगने वाली लंबी कतारों को कम करने के लिए 2019 में FASTAG सिस्टम पेश किया गया था। हालांकि यह आइडिया टोल अमाउंट की डिजिटल पेमेंट के लिए कारगर साबित हुआ, लेकिन इससे टोल प्लाजा पर भीड़भाड़ समस्या को पूरी तरह से हल नहीं हुई है। ऐसे कई मामले हैं जब FASTAG सिस्टम के लागू होने के बावजूद, हम टोल प्लाजा पर लंबी कतारें देख सकते हैं।