Call of Duty: Warzone गेम बनाने वाली कंपनी Activision ने बताया कि उसने एक दिन में 60,000 से ज्यादा अकाउंट्स को बैन किया है। कंपनी ने इन सभी यूजर्स को चीटिंग में दोषी पाने की वजह से बैन किया है। कंपनी ने साथ ही कहा कि वह अपनी एंटी-चीटिंग तकनीक को और भी इंप्रूव करने वाली है। कंपनी ने अपने ब्लॉग पोस्ट में बताया कि वह अपने जीरो टॉलरेंस नीति को और भी मजबूत करने जा रही है। पिछले साल मार्च में गेम लॉन्च करने के बाद से अब तक 3 लाख से ज्यादा गेमर्स को चीटिंग की वजह से बैन किया है। Also Read - FAUG Mobile Game में जल्द मिलेगा Multiplayer Mode, PUBG Mobile की कमी होगी दूर!
गेम डेवलपर Activision ने बताया कि कंपनी उन सभी सूत्रों का पता लगा रही है जिसके जरिए चीटिंग की जा रही है। इन सूत्रों में अनऑथोराइज्ड थर्ड पार्टी सॉफ्टवेयर शामिल हैं, जिसे मॉडिंग और हैकिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है। कंपनी ने अपने ब्लॉग पोस्ट में बताया कि हम गेमर्स को फेयर और फन एक्सपीरियंस कराने के लिए तत्पर हैं। साथ ही हमने गेमर्स को चीटिंग और हैकिंग के बचाने के लिए टेक्नोलॉजी टीम भी गठित की है। Also Read - Call of Duty: Mobile Season 1 आज से लाइव, मिलेंगे नए वीपन्स, गेम मोड (Game Mode) और मैप
Activision ने अपने ब्लॉग पोस्ट में कहा कि हमने Call of duty: Warzon गेम लॉन्च के बाद से चीटिंग और हैकिंग के खिलाफ कई बार कड़ी कार्रवाई की है। गेम के लिए हम वीकली सिक्युरिटी अपडेट, इन-गेम रिपोर्टिंग मैकेनिज्म, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन जैसी चीजें लेकर आए हैं। हमने करीब 1,80,000 से ज्यादा अकाउंट्स को सस्पेंड किया है। Also Read - FAU-G Game First Impressions : देशभक्ति से सराबोर गेम, पर PUBG जैसा कुछ भी नहीं
चीटिंग रोकने के लिए उठाए जा रहे हैं ये कदम
Activision ने आगे बताया कि वह चीटिंग और हैकिंग को रोकने के लिए नीचे दिए गए मुख्य एरिया पर काम कर रहा है।
-इंटरनल एंटी चीट सॉफ्टवेयर को इंप्रूव करना।
-एडिशनल डिटेक्शन टेक्नोलॉजी
-गेम को मॉनिटर करने के लिए डेडिकेटेड टीम और टेक्नोलॉजी को बनाना।
-प्रोग्रेस के लिए रेग्युलर अपडेट जारी करना ताकि टू वे कम्युनिकेशन स्थापित की जाए।
-चीटर्स के लिए जीरो टॉलरेंस पॉलिसी बनाना
-समय-समय पर चीटर्स को बैन करना।