PUBG मोबाइल को दुनिया भर में काफी पसंद किया जाता है। इसे भारत में भी बेहद पसंद किया जाता है। गेम सबसे पहले PC के लिए लॉन्च किया गया था, लेकिन कुछ महीनों पहले इस गेम को कंपनी ने मोबाइल प्लेयर्स के लिए भी लॉन्च कर दिया था।
हालांकि प्लेयर्स के लिए सबसे बड़ी समस्या यह है कि इसके पॉप्यूलर होने की वजह से इसमें चीटिंग करने वालों की तदात भी बढ़ने लगी है। इसको रोकने के लिए कंपनी काफी कोशिशें कर रही है, जिसका एक उदाहरण यह है कि कंपनी ने हाल ही में दी एक अपडेट के जरिए गेम में नया एंटी-चीट सिस्टम जोड़ा था। इसके अलावा, कंपनी पिछले कुछ महीनों में 13 मिलियन प्लेयर्स को चीटिंग करने के शक में बैन भी किया है।
चीटिंग की बात करें तो इसमें सबसे बड़ी समस्या आजकल मोबाइल प्लेयर्स को हो रही है, क्योंकि कई प्लेयर्स अपने PC में गेम emulators यूज कर मोबाइल प्लेयर्स के साथ खेलते हैं। Emulators का यूज कर खेलना बहुत आसान होता है। इसमें माउस और कीबोर्ड का यूज कर प्लेयर्स हर का सटीक तरीके से और जल्द से जल्द कर सकते है, जो मोबाइल में थोड़ा मुश्किल होता है। यही वजह थी की Tencent Games ने थर्ड-पार्टी emulator के जरिए होने वाली चीटिंग प्लेयर्स को बचाने के लिए अपना खुद का emulator बनाना पड़ा है। कंपनी ने इस emulator को इस साल मई में लॉन्च किया था। कंपनी ने कहा है कि इसमें खेलने वाले प्लेयर्स केवल emulator में खेलने वाले बाकी प्लेयर्स से ही मैच होंगे।
हालांकि आपको बता दें कि, Tencent Games ने एक ट्वीट के जरिए कहा है कि अगर टीम में एक भी प्लेयर emulator के जरिए खेल रहा हो तो भी पूरी टीम को emulator वाले प्लेयर्स के मैच किया जाएगा। यह मोबाइल में खेलने वाले प्लेयर्स के लिए मुसीबत वाली बात है, क्योंकि emulator में खेलने वाले प्लेयर्स माउस और कीबोर्ड के जरिए आराम से बंदूक का निशाना लगा सकते हैं या तेजी से भाग और छुप सकते हैं। हालांकि इसपर PUBG मोबाइल का कहना है कि यह प्लेयर की अपनी मर्जी है की वें emulator प्लेयर्स के साथ खेलना चाहते हैं या नहीं, इसलिए कंपनी इसके लिए कुछ नहीं कर सकती है।