Crypto (क्रिप्टो) करेंसी जैसे-जैसे चलन में आ रहा है, वैसे ही इससे जुड़ी ठगी की घटनाएं भी सामने आने लगी हैं। भारत समेत दुनियाभर में लोग क्रिप्टो करेंसी (Crypto Currency) में इन्वेस्ट कर रहे हैं। क्रिप्टो से जुड़ी एक ताजा घटना सामने आई है, जिसमें बेंगलूरू के एक 30 वर्षीय युवक ने 2 करोड़ रुपये लुटा दिए। धनराज एस नाम का यह युवक जयनगर का रहने वाला है। युवक ने नजदीगी पुलिस स्टेशन में संतोष टीएस नाम के व्यक्ति पर ठगी का आरोप लगाया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। Also Read - Crypto Market Today (20 May 2022): Terra (LUNA) में एक बार फिर देखने को मिली गिरावट, Nekocoin (NEKOS) में हुई 1180.70% की बढ़ोतरी
ठगी का आरोप
सामने आ रही रिपोर्ट के मुताबिक, धनराज और संतोष एक-दूसरे को 2014 से जानते हैं। ज्यादा पैसे कमाने के लिए संतोष ने धनराज से कई जगह इन्वेस्ट करने के लिए कन्वींस किया, जिनमें क्रिप्टोकरेंसी भी शामिल था। धनराज ने संतोष की बातों में आकर 2.25 करोड़ रुपये ऑनलाइन और कैश ट्रांजैक्शन के जरिए इन्वेस्ट किया था। हालांकि, क्रिप्टो में धनराज ने कितना इन्वेस्ट किया था, इसका अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। जयनगर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ ठगी का मुकदमा दर्ज किया है। Also Read - Crypto Market Today (18 May): कल की बढ़त को ले डूबी आज की गिरावट, Terra (LUNA) की कीमत हुई 1 पैसा
पिछले साल भी बेंगलूरू के 38 साल के युवक ने क्रिप्टो करेंसी (Crypto Currency) के जरिए 10 लाख रुपये की ठगी का केस दर्ज कराया था। जिसमें युवक ने एक क्रिप्टो ट्रेडिंग वेबसाइट को अपने अकाउंट से 90 हजार रुपये ट्रांसफर कर रहा था, जिसमें गलत हेल्पलाइन नंबर की वजह से साइबर अपराधी ने युवक के बैंक अकाउंट से 9 लाख रुपये ठग लिए थे। Also Read - Crypto Market Today (17 May 2022): मार्केट में आया ठहराव, लेकिन Terra कॉइन्स में गिरावट जारी
ठगी किए गए पैसे को रिकवर करना मुश्किल
हालांकि, क्रिप्टो करेंसी एक ब्लॉकचेन (Blockchain) टेक्नोलॉजी पर काम करता है, जिसकी वजह से इसके ट्रांजैक्शन को ट्रेस करना लगभग नामुमकिन है। ऐसे में क्रिप्टो करेंसी के लिए लगाए गए पैसे को रिकवर करना भी मुश्किल है।
पहले भी Crypto करेंसी के जरिए ठगी की कई और घटनाएं सामने आई हैं। पिछले महीने (दिसंबर 2021) में हैदराबाद की एडिशनल कमीशनर (क्राइम और SIT) शिखा गोयल ने भी इसमें पैसा इन्वेस्ट करने वाले लोगों को आगाह किया था।
इस तरह ठगी से बचें
साइबर अपराधी क्रिप्टो में पैसा लगाने वाले लोगों से क्रिप्टो करेंसी की डिटेल मांगते हैं। जैसे ही आप अपने वॉलेट में क्रिप्टो के लिए पैसा डालते हैं, साइबर अपराधी उन्हें निकाल लेते हैं। इसलिए अगर, यूजर क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो किसी पुराने प्लेयर या फिर पहले से ही मार्केट में पहचान बना चुके क्रिप्टो करेंसी ट्रेडर्स के जरिए ही इन्वेस्ट करें। हालांकि, भारत सरकार क्रिप्टो करेंसी को रेगुलेट करने के लिए कानून बनाने की कोशिश कर रही है।
सरकार ने क्रिप्टो करेंसी के बढ़ रहे चलन पर आगाह करते हुए कहा कि यह इन्वेस्टर को अपनी ओर खींच रहा है। लोग गलत तरीकों से कमाए गए फंड यानी की काले धन का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसकी वजह से टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग को बढ़ावा मिल रहा है। यही नहीं, पिछले दिनों एक साइबर सिक्योरिटी रिसर्च एजेंसी ने बताया कि 10 मिलियन यानी 1 करोड़ से भी ज्यादा फर्जी क्रिप्टो वेबसाइट पर भारतीय ने विजिट किया है। ऐसे में क्रिप्टो करेंसी के जरिए होने वाले ठगी में और भी इजाफा देखने को मिल सकता है।