जी -20 देशों की महिलाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले डब्ल्यू -20 की एक भारतीय प्रतिनिधि ने कहा कि डिजिटल इंडिया अभियान में अहम प्रगति के बावजूद वित्तीय समावेश (खासकर महिलाओं की भागीदारी के संदर्भ में) में विकास के मामले में भारत को अब भी लंबा सफर तय करना है। Also Read - बड़े साइबर अटैक की जद में भारतीय एजुकेशन सेक्टर, रिपोर्ट में खुलासा
Also Read - Budget 2022: राष्ट्रपति ने Digital India को सराहा, 5G को लेकर कही बड़ी बातडिजिटल समावेश पर अपने पहले अनुशंसा पत्र में डब्ल्यू 20 ने जी 20 देशों से आह्वान किया कि डिजिटल सेक्टर में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाया जाए। डिजिटल तकनीकों के इस्तेमाल, उन तक पहुंच तथा विकास के मामले में डिजिटल लैंगिक भेद को खत्म किया जाए और इस तरह डिजिटल परिवर्तन को अधिक समावेशी बनाने के लिए समन्वित कदम उठाए जाएं। Also Read - भारत सरकार ने शुरू किया Digital Government Mission का काम, अब लोगों को आसानी से मिलेगा सभी सेवाओं का लाभ
डब्ल्यू -20 की प्रवक्ता अनिता गुरुमूर्ति ने कहा , ‘‘ जन धन योजना से वर्ष 2014 से 2018 के बीच अतिरिक्त 31 करोड़ भारतीय बैंकिंग व्यवस्था में शामिल हुए लेकिन वह अर्थपूर्ण रूप से वित्तीय प्रणाली में किस हद तक शामिल हुए हैं यह बहुत स्पष्ट नहीं है। ’’वुमेन 20 ने इसके साथ ही जी 20 देशों से अनुरोध किया कि वह डिजिटल प्रौद्योगिकियों तक महिलाओं की पहुंच और उसके इस्तेमाल पर अलग – अलग आंकड़े जुटाए और उनका विश्लेषण करें।