पिछले महीने खबर आयी थी कि Domino’s को कथित तौर पर डेटा ब्रीच का सामना करना पड़ा था। अब एक नई खबर के मुताबिक इस पिज्जा डिलिवरी चेन का यूजर डेटा Dark Web पर मौजूद है जिसमें लोगों की बहुत सी पर्सनल जानकारी बस एक सर्च भर दूर है। Also Read - Festive Offers की आड़ में यूजर्स को भेजे जा रहे Fake SMS, CERT-In ने किया Alert
साइबर सिक्योरिटी रीसर्चर Rajshekhar Rajaharia ने डार्क वेब पर एक हैकर के बनाए हुए पोर्टल के बारे में जानकारी साझा की। इस पोर्टल पर Domino’s के यूजर का डेटा मौजूद है जिसमें इनका नाम, ईमेल ऐड्रेस, मोबाइल नम्बर और GPS लोकेशन जैसी चीजें शामिल हैं। Also Read - बिक गया 54 लाख यूजर्स का डेटा, Twitter ने माना हुआ था अटैक
Rajaharia ने एक ट्वीट में बताया: Also Read - एशिया में हर 5 में से 3 कंपनियों पर हुए हैं साइबर हमले, प्राइवसी और रैंसमवेयर हैं बड़ी चिंता
“Domino’s India के 18 करोड़ ऑर्डर का डेटा सार्वजनिक हो गया है। हैकर ने डार्क वेब पर सर्च इंजन बनाया है। अगर आपने कभी डोमिनोज इंडिया पर ऑनलाइन ऑर्डर किया है, तो आपका डेटा लीक हो सकता है। डेटा में नाम, ईमेल, मोबाइल, GPS लोकेशन और दूसरी चीजें शामिल हैं।”
Data Leak पर Domino’s का क्या कहना है?
PTI की खबर के मुताबिक Domino’s की मालिकाना कम्पनी Jubilant FoodWorks ने इस बात को माना है कि इनके कस्टमर का डेटा लीक हुआ है मगर इनका कहना है कि किसी भी कस्टमर की फाइनैन्शल डिटेल इस लीक का हिस्सा नहीं है।
कम्पनी के प्रवक्ता ने कहा:
“Jubilant FoodWorks पर हाल ही में एक इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी इन्सिडेंट हुआ है। किसी भी व्यक्ति की वित्तीय जानकारी से संबंधित कोई डेटा एक्सेस नहीं हुआ था और इस घटना से ऑपरेशनल या बिजनेस इम्पैक्ट नहीं हुआ है।”
ये आगे कहते हैं:
“हमारी पॉलिसी है कि हम अपने ग्राहकों के वित्तीय विवरण या क्रेडिट कार्ड डेटा को स्टोर नहीं करते हैं, इस वजह से ऐसी कोई भी जानकारी लीक नहीं हुई है। हमारी एक्स्पर्ट टीम इस मामले की जांच कर रही है और हमने इस इन्सिडेंट को रोकने के लिए जरुरी कार्रवाई की है।”
Domino’s data leak का नुकसान
अगर Domino’s के कहे मुताबिक़ किसी भी कस्टमर का फ़ायनैन्शल डेटा लीक नहीं हुआ है तब भी कस्टमर के नाम और ऐड्रेस का लीक होना काफ़ी बड़ी प्राइवसी थ्रेट है। किसी कस्टमर की जासूसी करने के लिए इतना ही काफी है कि लोग ये पता कर लें कि आपने किस दिन किस ऐड्रेस पर पिज्जा का ऑर्डर दिया। मामले को उजागर करने वाले सिक्योरिटी रीसर्चर ने भी यही चिंता जताई है। ये कहते हैं:
“इस कथित ब्रीच का सबसे बुरा हिस्सा यह है कि लोग इस डेटा का उपयोग लोगों की जासूसी करने के लिए कर रहे हैं। कोई भी आसानी से किसी भी मोबाइल नंबर को ढूंढ सकता है और डेट और टाइम के साथ उनकी पिछले लोकेशन का पता लगा सकता है। यह हमारी प्राइवसी के लिए एक बड़ा खतरा मालूम पड़ता है।”