भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास तथा भारतीस सेना ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसका उद्देश्य उन महत्वपूर्ण क्षेत्रों को चिह्न्ति करना है, जिसे सशस्त्र सेना में सशक्त किया जा सके। संस्थान ने मंगलवार को यह जानकारी दी। यहां एक बयान में कहा गया कि आईआईटी मद्रास के निदेशक भास्कर राममूर्ति तथा डेप्युटी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (पीएंडएस) लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा ने इस संबंध में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। Also Read - Free Online Courses During Lockdown: घर बैठें सीख सकते हैं ये 5 फ्री ऑनलाइन कोर्स
Also Read - IIT Bombay ने बनाया दूर से धड़कन सुनने वाला डिजिटल स्टेथोस्कोप, कर सकता है धड़कन रिकॉर्डबयान के मुताबिक, “इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य आईआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों को आईआईटी मद्रास के शिक्षकों तथा सेना के अधिकारियों के बीच निर्बाध संबंधों के माध्यम से भारतीय सेना की महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी जरूरतों के प्रति बेहतर समझ का विकास करना है।” Also Read - आईआईटी-मद्रास ने एआई प्रशिक्षण के लिए स्टार्टअप शुरू किया
इसे भी देखें: शाओमी रेडमी नोट 4X स्मार्टफ़ोन कुछ नए स्पेक्स के साथ TENAA पर आया नज़र
बयान में राममूर्ति ने कहा, “भारतीय सेना के साथ मिलकर आईआईटी मद्रास के शिक्षक उन क्षेत्रों की पहचान करेंगे, जिसमें संस्थान सकारात्मक योगदान कर क्षमता में बढ़ोतरी कर सकते हैं।”
इसे भी देखें: मास्टर ब्लास्टर ने अपने फैन्स के लिए लॉन्च किया ’100 MB’ एप
समझौता ज्ञापन के मुताबिक, सेना चार अधिकारियों को डॉक्टरेट की डिग्री के लिए वित्तपोषण करेगी, इसके अलावा 15 अधिकारियों को द्विवार्षिक स्तर पर पांच दिनों का प्रौद्योगिकी विकास कार्यक्रम के लिए भी वित्तपोषण करेगी।
इसे भी देखें: ट्विटर यूजर्स के लिए जारी हुआ ये नया अपडेट, अब नहीं रही ये लिमिट