अब गुमशुदा बच्चों को मोबाइल ऐप की मदद से खोजा जाएगा। यूनियन कॉमर्स मिनिस्टर सुरेश प्रभु ने शुक्रवार को मिसिंग चिल्ड्रन को ट्रैक करने के लिए मोबाइल एप्लिकेशन ReUnit लॉन्च की है। इस मौके पर कैलाश सत्यार्थी भी मौजूद थे। कैलाश सत्यार्थी बचपन बचाओ आंदोलन के प्रेणता हैं। इस ऐप को बचपन बचाओ आंदोलन और आईटी मेजर कैपजेमिनी के कॉलेब्रेशन से लॉन्च किया गया है। Also Read - WhatsApp पर अब 2 दिन बाद भी 'Delete for everyone' के तहत मैसेज होंगे डिलीट, ये है नई टाइम लिमिट!
Also Read - Whatsapp पर भी अब बना सकेंगे अपना 'अवतार', चैटिंग और वीडियो कॉल होगी मजेदारकैलाश सत्यार्थी का कहना है कि गुमशुदा बच्चों को सिर्फ आंकड़े नहीं मानना चाहिए। बच्चों का खोना अभिभावकों के लिए ट्रेजडी है। उन्होंने कहा, हर गुमशुदा बच्चा खोने वाले परिवार की आशा और सपनों को प्रतिबिंबित करता है। Also Read - WhatsApp पर जल्द नए अंदाज में दिखेगा Text Status बार, आपने देखी झलक
ऐसे काम करेगा यह ऐप
इस मौके पर सुरेश प्रभु ने बचपन बचाओ आंदोलन के जरिए बच्चों के लिए काम करने वाले कैलाश सत्यार्थी की सराहना की। उन्होंने उम्मीद जताई की यह ऐप गुमशुदा बच्चों को खोजन में मददगार साबित होगा।
यह ऐप अमेजन वेब सर्विस बेस्ड फेस रिक्गनाइजेशन टेक्नोलॉजी पर काम करेगा। इसके जरिए डाटाबेस से गुमशुदा बच्चों की तस्वीरें मैच कराई जाएंगी। इस ऐप को दिल्ली पुलिस के गुमशुदा बच्चों के डाटाबेस से कनेक्ट किया जाएगा।
इस ऐप को उपयोग करने वाले यूजर्स इसके डाटाबेस में गुमशुदा बच्चों की डिटेल और फोटो को अपलोड कर सकेंगे। बचपन बचाओ आंदोलन के प्रेणता कैलाश सत्यार्थी का कहना है कि हर साल करीब 44 हजार बच्चे लापता होते हैं। इनमें से सिर्फ 11 हजार ही रेस्क्यू हो पाते हैं।