डायरेक्टरेट ऑफ रिवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने OPPO Mobile India पर 4,389 करोड़ रुपये कस्टम ड्यूटी चोरी करने का आरोप लगाया है। रिपोर्ट के मुताबिक, DRI ने ओप्पो और उसकी सहयोगी कंपनियों के दफ्तरों और कंपनी के मुख्य मैनेजमेंट ऑफिसर के घरों पर छापेमारी की है। DRI को जांच में पता लगा कि ओप्पो मोबाइल इंडिया ने इंपोर्ट किए गए कुछ आइटम्स की गलत जानकारी अपने डिसक्रिप्शन में दर्ज की थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की है। Also Read - Oppo Find N Fold और Find N Flip में मिलेगा Qualcomm Snapdragon 8+ Gen 1 प्रोसेसर! जानें डिटेल
OPPO Mobile India भी Vivo Mobile की तरह ही चीनी फर्म BBK Electronics की सहयोगी है। ओप्पो मोबाइल इंडिया के दो सब ब्रांड्स OnePlus और Realme हैं। जांच एजेंसी ने चीनी कंपनी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि कंपनी ने 2,981 करोड़ रुपये की कस्टम ड्यूटी बचाने के लिए गलत जानकारी दी है। DRI ने OPPO India के सीनियम मैनेजमेंट और कर्मचारियों से इसके बारे में पूछताछ की है। Also Read - 5000mAh तक बैटरी, 8GB तक RAM और 48MP कैमरा वाले Oppo F19 Series के फोन पर तगड़ा Discount, Flipkart से उठाएं ऑफर का लाभ
कस्टम एक्ट का उल्लंघन
DRI की जांच में यह भी पता चला है कि OPPO India ने रॉयलिटी पेमेंट के तौर पर कई चीनी मल्टीनेशनल कंपनी को लाइसेंस फी दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, ओप्पो ने इन कंपनियों को प्रॉपरायटी टेक्नोलॉजी, ब्रांड, IPR लाइसेंस और इंपोर्ट किए गए सामान के लिए कस्टम एक्ट के सेक्शन 14 का उल्लंघन किया है। कंपनी ने रॉयलिटी पेमेंट के लिए 1,408 करोड़ रुपये की चोरी की है। Also Read - नहीं बैन होंगे 12 हजार रुपये से कम कीमत के चीनी स्मार्टफोन, नई रिपोर्ट का दावा
रिपोर्ट के मुताबिक, OPPO Mobile India ने पार्शियल डिफरेंशियल कस्टम ड्यूटी में कमी के लिए 450 करोड़ रुपये जमा किए हैं। कंपनी को DRI की तरफ से 4,389 करोड़ रुपये के लिए नोटिस जारी किया गया है। साथ ही, OPPO India के साथ-साथ इसकी सहयोगी कंपनी OPPO China के कर्मचारियों पर पेनॉल्टी लगाई है।
ओप्पो इंडिया का स्टेटमेंट
OPPO India ने DRI के शो-कॉज नोटिस (SCN) पर स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा, “हमें लगता है कि पूरी इंडस्ट्री यह फेस कर रही है और हम इस पर काम कर रहे हैं। हम DRI द्वारा भेजे गए नोटिस को रिव्यू कर रहे हैं और जल्द ही इसका जबाब देंगे। हम अपनी तरफ से संबंधित सरकारी डिपार्टमेंट के साथ काम कर रहे हैं। हम एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट हैं और हमें कॉर्पोरेट सरकारी फ्रेमवर्क पर विश्वास है। ओप्पो इंडिया जरूरत पड़ने पर नियमों के तहत जरूरी कदम उठाएगा।”
पिछले दिनों ED ने Vivo Mobile India के 119 बैंक अकाउंट ब्लॉक कर दिया था। चीनी कंपनी पर 62,476 करोड़ रुपये विदेशी इकाई को भेजने का आरोप लगा था। वीवो नें भारत सरकार को घाटा दिखाकर ये पैसे विदेश भेज दिए, जिसका बाद प्रवर्त्तन निदेशालय ने वीवो के खिलाफ ऐक्शन लिया।