भारत में मौजूद थर्ड-पार्टी UPI ऐप्स में से दो सर्विसेज ने मार्केट पर दबदबा बना रखा है। इस साल अप्रैल तक PhonePe के पास मार्केट की 47 प्रतिशत हिस्सेदारी मौजूद है और Google Pay के पास 34 प्रतिशत हिस्सेदारी है। सरकार ने UPI ऐप्स के मार्केट शेयर पर 30 प्रतिशत की कैप लगाई थी, जिसका पालन करने के लिए इन ऐप्स को जनवरी 2023 तक का समय दिया गया था। Also Read - WhatsApp Payments को मिल रहा तगड़ा बूस्ट, कैशबैक स्कीम के जरिए लाखों में पहुंचे ट्रांजेक्शन
अब खबर आ रही है कि डिजिटल पेमेंट और सेटलमेंट सिस्टम को कंट्रोल करने वाली संस्था नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NCPI) इस समय सीमा को बढ़ा सकती है। आइए इसके बारे में डिटेल में जानते हैं। Also Read - How to link or remove bank account on WhatsApp Pay: व्हाट्सऐप में अपने बैंक अकाउंट को लिंक या रिमूव कैसे करें?
बढ़ सकती है UPI मार्केट कैप नियम की तारीख
ET की खबर के मुताबिक, NCPI भारत में UPI मार्केट कैप के नियम को लागू करने की तारीख को बढ़ा सकता है। पब्लिकेशन के मुताबिक, चर्चा से वाकिफ एक व्यक्ति ने इन्हें बताया कि इस पर सक्रिय रूप से विचार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। वे (NCPI) उपयोगकर्ताओं को बाधित करने और UPI विकास को धीमा करने से सावधान हैं। Also Read - WhatsApp पर मिलेंगी IPPB की कई सुविधाएं, देख पाएं अकाउंट बैलेंस समेत बहुत कुछ
खबर के मुताबिक, बड़े UPI ऐप्स में से कमज-कम एक ऐप ने अपने स्टेकहोल्डर्स को बताया कि 2022 के अंत तक मार्केट कैप का पालन करना मुश्किल होगा। इस वजह से ये अपने यूजर बेस को बढ़ाने के प्लान को धीमा नहीं कर रहे हैं।
पब्लिकेशन के सोर्स ने कहा, ‘डेडलाइन को खत्म होने में अभी कुछ वक्त बाकी है, लेकिन जब तक कोई दूसरा प्लेयर उभरकर मार्केट में खलल नहीं पैदा करता, तब तक [मार्केट कैप के] नियम [को लागू करने] में देरी सोची जा रही है।”
इसने यह भी कहा, “WhatsApp Pay जैसे नए प्रवेशकों ने बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाने के मामले में अभी तक बाजार में महत्वपूर्ण बढ़त नहीं पाई है।”
मेटा के WhatsApp Pay ने अपने यूजर बेस को 100 मिलियन तक बढ़ा लिया है, लेकिन अप्रैल में इसपर सिर्फ 2.5 मिलियन ट्रांजेक्शन ही हुए। इसके मुकाबले अप्रैल में ही PhonePe पर 2.6 बिलियन ट्रांजेक्शन हुए। Paytm और Amazon Pay जैसे बड़े प्लेयर्स भी अभी तक PhonePe और Google Pay की प्रबलता को नहीं तोड़ पाए हैं। Tata Digital ने भी हाल ही में UPI सर्विस में एंट्री ली है।