चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में रिलायंस कम्यूनिकेशंस को 531 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। कंपनी ने शनिवार को एक बयान जारी कर यह जानकारी दी। कंपनी ने तीन कारकों को नुकसान के लिए जिम्मेदार ठहराया है। इसका कारण बताते हुए कंपनी ने कहा, “उद्योग में प्रतिस्पर्धा में अभूतपूर्व तीव्रता देखी गई। Also Read - द्वेषपूर्ण अभियान का आरोप, आरकॉम की इकाई ने प्रतिस्पर्धी कंपनियों को नोटिस भेजा
Also Read - रिलायंस कम्युनिकेशंस का शुद्ध लाभ 9.6 फीसदी बढ़ाकंपनी द्वारा अपने लाभप्रद सीडीएमए कारोबार को पूरी तरह बंद करने के बाद की यह पहली संपूर्ण तिमाही रही, और इस दौरान परिशोधन और ब्याज व्यय में वृद्धि हुई है। 800 मेगाहर्टज स्पेक्ट्रम के पूंजीकरण के लिए उदारीकरण शुल्क के रूप में 278 करोड़ रुपये व्यय किए गए।”
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समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी का राजस्व 4,922 करोड़ रुपये रहा, जो कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 5,142 करोड़ रुपये था। कंपनी ने बताया कि डेटा इस्तेमाल करने वालों ग्राहकों की कुल संख्या 3.2 करोड़ रही, जिसमें 2.34 करोड़ 3जी और 4 जी ग्राहक समीक्षाधीन तिमाही के दौरान जुड़े। कंपनी का कुल डेटा ट्रैफिक 93.7 अरब मेगाबाइट्स रहा, जोकि तिमाही आधार पर 10 फीसदी कम है। कंपनी का कहना है कि ट्रैफिक में कमी का मुख्य कारण तेज प्रतियोगिता का बढ़ना है।
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