Amazon Alexa, Google Assistant हो या फिर Apple Siri ये सभी वर्चुअल असिस्टेंट बच्चों के लिए आजकल अंजान नहीं हैं। घरों में बच्चें इन वर्चुअल असिस्टेंट का यूज अपने पसंदीदा गाने या स्टोरी सुनने के लिए करते हैं। यही नहीं, बच्चे स्मार्ट डिवाइस से इन वर्चुअल असिस्टेंट के जरिए कन्वर्सेशन भी करते हैं। हमें लगता है कि स्मार्ट डिवाइस में मौजूद ये वॉइस-एक्टिवेटेड पर्सनल असिस्टेंट (VAPA) हमारे कमांड को फॉलो करके कोई फंक्शन करता है। हालांकि, केवल ऐसा नहीं है, ये वॉइस असिस्टेंट बैकग्राउंड में कई तरह के ऐसे फंक्शन भी करता है, जिनकी हमें भनक भी नहीं होती है। Also Read - Amazon Alexa में आ रहा कमाल का फीचर, अब आपकी दादी-नानी की आवाज में करेगी बात
निजता के लिए खतरा है वॉइस असिस्टेंस
सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, VAPA लगातार हमारे आस-पास की आवाजों को सुन रहे होते हैं और उन्हें रिकॉर्ड कर रहे होते हैं, जिसे ‘eavesmining’ कहा जाता है, जो एक तरह की डेटा माइनिंग है। ये वर्चुअल असिस्टेंट हमारी निजता यानी प्राइवेसी के लिए खतरा है, क्योंकि ये लगातार हमारी निगरानी करते रहते हैं और हमारे द्वारा बोली गई बातों को एल्गोरिदम के जरिए डेटाफाइड करते हैं। Also Read - Alexa ने दिया बच्ची को जानलेवा चैलेंज, करेंट से जा सकती थी जान
वॉइस असिस्टेंट यानी VAPA द्वारा कलेक्ट किए जाने वाले ये डेटा हमारे लिए तब और चिंताजनक होते हैं, जब वो बच्चों के होते हैं। टेक कंपनियों के पास बच्चों द्वारा की जाने वाली बातचीत हमेशा के लिए रिकॉर्ड रहेंगे। Also Read - Alexa की वेबसाइट बंद करेगी Amazon, जानिए क्या है इस फैसले की वजह
VAPA यानी वाइस एक्टिवेटेड पर्सनल असिस्टेंस वाले डिवाइसेज की संख्यां दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। ये सिर्फ मोबाइल फोन, स्मार्ट स्पीकर या फिर स्मार्ट वॉच तक ही सीमित नहीं हैं। आजकल बच्चों के लिए आने वाले डिजिटल खिलौने, होम सिक्योरिटी सिस्टम, स्मार्ट डोरबेल भी हमारे घरों में होते हैं, जो चोरी-छिपे हमारी कन्वर्सेशन को रिकॉर्ड करते रहते हैं।
पहले भी उठ चुके हैं सवाल
2014 में भी कुछ सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने अमेजन के स्मार्ट स्पीकर Echo को लेकर सवाल उठाए थे। प्राइवेस एडवोकेट्स ने पूछा था कि अमेजन इको किन-किन बातों को सुन रहा है और कौन से डेटा कलेक्ट कर रहा है? 2014 से लेकर अब तक वॉइस असिस्टेंस सर्विस प्रोवाइडर्स से ये सवाल पूछे जाते हैं, जिनका जबाब मिलना जरूरी है। रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 तक वॉइस असिस्टेंस (VAPA) इनेबल्ड डिवाइसेज की संख्यां बढ़कर 8.4 बिलियन यानी 840 करोड़ तक पहुंच जाएगी।
वॉइस असिसटेंस डिवाइसेज न सिर्फ लोगों के बीच की बातों को सुनते हैं, बल्कि वो कहीं ज्यादा जानकारियां इकट्ठा करते हैं। ये हमारी बायोमैट्रिक जानकारियां जैसे कि उम्र (एज), जेंडर (लिंग), हेल्थ (स्वास्थ), इंटॉक्सिकेशन और पर्सनैलिटी आदि की डिटेल्स भी रिकॉर्ड कर रहे हैं। इतना ही नहीं, VAPA भीड़-भाड़ वाली आवाजों या फिर किसी इवेंट में हो रही शोर को एनालाइज करके पता लगा लेते हैं कि क्या हो रहा है?