Tesla CEO एलन मस्क पर ट्विटर इन्वेस्टर्स ने मुकदमा दायर किया है। इन्वेस्टर्स का आरोप है कि टेस्ला सीईओ ने Twitter में अपनी 9.2 प्रतिशत की हिस्सेदारी के बारे में 4 अप्रैल को जानकारी दी थी। हालांकि, मस्क के Twitter का शेयर 14 मार्च को ही एक्वायर किया था। Also Read - Twitter के प्लेटफॉर्म पर हुआ बड़ा बदलाव, हटाया गया यह खास फीचर!
इन्वेस्टर्स का आरोप है कि फेडरल ट्रेड लॉ के मुताबिक, किसी भी कंपनी में 5 प्रतिशत से ज्यादा के स्टेक को एक्वावयर करने वाले स्टेकहोल्डर को सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) के पास 10 दिनों के अंदर इसकी जानकारी देनी होती है। टेस्ला सीईओ ने ट्विटर में अपनी हिस्सेदारी के बारे में जानकारी 4 अप्रैल को पब्लिक की थी, जो तय सीमा से बाहर था। Also Read - Twitter के बॉस Elon Musk ने बदला अपना नाम, जानें इसके पीछे की मजेदार कहानी
इन्वेस्टर को उठाना पड़ा नुकसान
Twitter के इन्वेस्टर्स ने न्यूयॉर्क के फेडरल कोर्ट में मंगलवार 12 मार्च को उन इन्वेस्टरों की तरफ से मुकदमा दायर किया, जिन्होंने 10 दिन के बाद अपने स्टेक बेचे हैं और नुकसान उठाया है। मुकदमा में इन्वेस्टर्स ने कोर्ट से अपील की है कि एलन मस्क के खिलाफ क्लास एक्शन लिया जाए, क्योंकि उनकी वजह से इन्वेस्टर्स को नुकसान उठाना पड़ा है। Also Read - Twitter के आ गए इतने बुरे दिन? बेचे जा रहे ऑफिस के सामान
बता दें कि Elon Musk द्वारा ट्विटर में 9.2 प्रतिशत की हिस्सेदारी की घोषणा करते ही ट्विटर शेयर्स के भाव 27 प्रतिशत तक बढ़ गए। ट्विटर के एक शेयर का भाव पहले $39.31 (लगभग 2995 रुपये) था, जो बढ़कर $49.97 (लगभग 3807 रुपये) तक पहुंच गया।
ट्विटर इन्वेस्टर plaintiff ने अपनी शिकायत में कहा कि एलन मस्क द्वारा घोषणा करने से पहले उसने कंपनी के 35 शेयर $1,373 (लगभग 1,04,606 रुपये) में बेचे थे, जिसकी दर $39.23 प्रति शेयर थी।
मस्क ने नहीं दी प्रतिक्रिया
Plantiff को रिप्रजेन्ट करने वाली लॉ फर्म जेफरी ब्लॉक ने कंफर्म किया कि एलन मस्क पर मंगलवार यानी 12 अप्रैल को मुकदमा दायर किया गया है। हालांकि, मस्क ने फिलहाल मुकदमे पर कोई रिस्पॉन्स नहीं किया है। वहीं, SEC ने भी इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी है।
Twitter में अपनी हिस्सेदारी की घोषणा करने के बाद पराग अग्रवाल ने मस्क को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल होने का ऑफर दिया था। हालांकि, बाद में एलन मस्क ने ट्विटर के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल होने से मना कर दिया।