आधार जारी करने वाली संस्था भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण( यूआईडीएआई) ने आधार डाटा के संभावित दुरुपयोगको लेकर व्यक्त की जा रही चिंताओं को कम करने का प्रयास किया। प्राधिकरण ने जोर देकर कहा कि उपयोगकर्ताओं के डाटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिएवह लगातार निगरानी कर रहा है। Also Read - अब Aadhaar Card से ट्रैक होगी जन्म और मृत्यु, UIDAI करने वाली है दो बड़े बदलाव
Also Read - आधार कार्ड यूज करते समय हमेशा याद रखें ये सिक्योरिटी टिप्स, नहीं तो हो सकता है बड़ा नुकसानउन्होंने कहा कि बायोमैट्रिक पहचान पूरी तरह से मजबूत कानून के दायरे में है। यूआईडीएआई ने यह भी कहा कि बैंक खातों को आधार से जोड़ना जारी रख सकते हैं लेकिन आधार उपलब्ध न होने पर खाते को निष्क्रिय नहीं कर सकते हैं, जब तक कि शीर्ष न्यायालय का स्पष्ट आदेश नहीं आ जाता है। जीएसटीएन के स्थापना दिवस के कार्यक्रम से इतर प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजय भूषण पांडे ने कहा, ” जहां तक आधार डेटा का संबंध है, डेटा पूरी तरह से सुरक्षित है। मैंने शीर्ष न्यायालय के सामने प्रस्तुति में कहा कि पिछले सात साल के दौरान आधार प्रणाली में कोई भी उल्लंघन नहीं हुआ है। हम लगातार इसकी निगरानी कर रहे हैं।” Also Read - Aadhaar Card Photocopy Rules: सरकार ने वापस ली आधार कार्ड फोटोकॉपी से जुड़ी चेतावनी, कहा- अपनी समझ से करें इस्तेमाल
पांडे ने कहा कि आधार के लिए केंदीय प्राधिकरण को उभर रहे नए खतरों के बारे में जानकारी है और यूआईडीएआई हर समय डेटा को सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, ” सूचना प्रौद्योगिकी की दुनिया में नईतकनीक सामने आ रही है। यह लोगों को सक्षम बना रही है साथ ही अच्छे इरादे नहीं रखने वालों को भी सक्षम बना रही है। इसलिए हम अपनी तकनीक को उन्नत बनाए रखना जारी रखे हुए हैं। इस बात का ध्यान भी रखते हैं कि हमारे विरोधी कौन- सी नई प्रौद्योगिकी अपना रहा है और इससे निपटने के लिए हम समय पर कैसे कदम उठाए, ताकि हमारा डेटा सुरक्षित रहे?” उन्होंने कहा‘‘ हम लगातार इस पर नजर बनाए हुए हैं।
हम नए खतरों से भी अवगत है। हम न सिर्फ आज डेटा को सुरक्षित रखने पर काम करे रहे हैं बल्कि कल की सुरक्षा की भी तैयारी कर रहे हैं।’’ पांडे ने कहा कि यूआईडीएआई डेटा सुरक्षा को लेकर अत्यधिक गंभीर है। आधार की सुरक्षा मजबूत कानूनों से नियंत्रित होती है, जो डेटा के दुरुपयोग या आधार प्रणाली में किसी भी तरह का उल्लंघन होने से रोकती है।