UPI (Unified Payment Interface) हर महीने नए रिकॉर्ड बना रहा है। जुलाई में यूपीआई ने 6 बिलियन यानी 600 करोड़ ट्राजैक्शन का आंकड़ा पार कर लिया। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा शेयर किए गए ट्वीट के रिप्लाई में पीएम मोदी ने इसे उत्कृष्ट उपलब्धि बताया है। 2016 के बाद UPI ट्रांजैक्शन का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा कि यह देश के लोगों द्वारा नई टेक्नोलॉजी को अपनाने और अर्थव्यवस्था को स्वच्छ बनाने के लिए सामूहिक संकल्प को दर्शाता है। COVID-19 महामारी के दौरान डिजिटल पेमेंट्स ने काफी मदद की थी। Also Read - WhatsApp ने यूजर्स को दी खुशखबरी, अब गांव-गांव में चैटिंग की तरह ट्रांसफर होगा पैसा
This is an outstanding accomplishment. It indicates the collective resolve of the people of India to embrace new technologies and make the economy cleaner. Digital payments were particularly helpful during the COVID-19 pandemic. https://t.co/roR2h89LHv Also Read - UPI के जरिए लोगों ने की जमकर लेन-देन, मार्च 2022 में हुए 504 करोड़ ट्रांजैक्शन
— Narendra Modi (@narendramodi) August 2, 2022 Also Read - भारत की UPI सर्विस को अपनाएगा नेपाल, क्या मुमकिन होगा सीमा-पार लेन-देन?
NPCI द्वारा शेयर किए गए आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में UPI ने 6 बिलियन ट्रांजैक्शन का आंकड़ा पार कर लिया। यूपीआई द्वारा किए गए 6.28 बिलियन ट्रांजैक्शन में 10.62 ट्रिलियन रुपये आदान-प्रदान किए गए। NPCI की रिपोर्ट के मुताबिक, UPI ट्रांजैक्शन में महीने-दर-महीने 7.16 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वहीं, ट्रांजैक्शन की वैल्यू साल-दर-साल 4.76 प्रतिशत बढ़े हैं, जबकि ट्रांजैक्शन के आंकड़ों में लगभग दोगुना का उछाल देखने को मिलेगा।
कुछ सालों में तेजी से बढ़े डिजिटल ट्रांजैक्शन
मार्च 2022 में आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्रालय ने बताया था कि पिछले कुछ सालों में डिजिटल पेमेंट ट्रांजैक्शन लगातार बढ़े हैं। यह सरकार द्वारा फाइनेंश सेक्टर और इकोनॉमी को डिजिटाइज करने की स्ट्रैटेजी की वजह से संभव हुआ है।
पिछले कुछ सालों में डिजिटल पेमेंट ट्रांजैक्शन का आंकड़ा वित्त वर्ष 2018-19 के 3,134 करोड़ रुपये से वित्त वर्ष 2020-21 में 5,554 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। NPCI ने 28 फरवरी 2022 को यह आंकड़ा जारी किया था।
BHIM UPI को लोग कर रहे पसंद
जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, BHIM UPI (Bharat Interface for Money-Unified Payments Interface) देश के नागरिकों द्वारा सबसे ज्यादा यूज किए जाने वाला पेमेंटिंग तरीका है, जिसकी वजह से 452.75 करोड़ डिजिटल पेमेंट ट्रांजैक्शन हुए हैं, जिसका मूल्य 8.27 लाख करोड़ रहा है। कोरोना महामारी के बाद से डिजिटल पेमेंट यूजर्स के लिए प्रेफर्ड ट्रांजैक्शन तरीका बन गया है।
हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक ने डिजिटल पेमेंट्स के लिए मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को इनेबल किया है। इसकी वजह से यूजर्स बेझिझक डिजिटल ट्रांजैक्शन कर सकेंगे। यही नहीं, साइबर फ्रॉड, फिशिंग, और साइबर अटैक से भी यूजर्स को बचने में मदद मिलेगी। यही नहीं, सरकार और RBI ने यूजर द्वारा किसी तरह के साइबर फाइनेंशियल फ्रॉड फेस करने पर सीमित समय में निपटारे का प्रावधान भी रखा है।