Xiaomi को बड़ा झटका लगा है। अमेरिका में इस दिग्गज स्मार्टफोन कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। दरअसल, 14 जनवरी को ट्रंप प्रशासन ने 9 कंपनियों को ब्लैकलिस्ट की सूची में डाला है। चीनी सेना के साथ संबंध को लेकर इन कंपनियों को ब्लैकलिस्ट किया गया है। इनमें दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता Xiaomi भी शामिल है। Also Read - Xiaomi Redmi TV भारत में 17 मार्च को होगा लॉन्च, 7 फीट से भी बड़ी हो सकती है स्क्रीन
डोनाल्ड ट्रंप का कार्यकाल अब मात्र कुछ दिन ही बचा है। अमेरिका के नए राष्ट्रपति चुने गए बाइडेन जल्द सत्ता संभालने वाले हैं। ऐसे में ट्रंप प्रशासन की यह कार्रवाई शाओमी के साथ-साथ चीन के लिए भी बड़ा झटका है। The Verge की रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी रक्षा विभाग ने शाओमी को ‘कम्युनिस्ट चाइनीज मिलिट्री कंपनी’ के रूप में सचीबद्ध किया है। ब्लैकलिस्ट की गई चाइनीज कंपनियों में शाओमी के अलावा चीन की विमान बनाने वाली सरकारी कंपनी कमर्शियल एयरक्राफ्ट कॉर्प ऑफ चाइना लिमिटेड (Comac) भी शामिल है। Also Read - Flipkart Smartphone Carnival Sale 2021 शुरू, इन स्मार्टफोन पर मिल रहा Discount
ब्लैकलिस्ट होने के बाद क्या होगा?
अमेरिकी इनवेस्टर्स ब्लैकलिस्ट में शामिल इन चाइनीज कंपनियों में अब निवेश नहीं कर पाएंगे। साथ ही उन्हें इन कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी को भी बेचना होगा। दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नवंबर में एक एग्जिक्यूटिव ऑर्डर पर दस्तखत किया था। इसके मुताबिक अमेरिकी रक्षा विभाग ने जिन कंपनियों को अपनी ब्लैकलिस्ट में डाला है, उन कंपनियों से अमेरिकी इनवेस्टर्स को 11 नवंबर 2021 तक अपनी हिस्सेदारी बेचनी होगी। Also Read - Happy Women's Day 2021: Xiaomi दे रही है जबरदस्त ऑफर, सस्ते में खरीदें Redmi Note 9 Pro और Redmi Smart Band
Xiaomi के कामकाज पर क्या पड़ेगा असर?
अमेरिका में ब्लैकलिस्ट होने के बाद शाओमी के कामकाज पर Huawei या DJI जैसा असर शायद न पड़े। ब्लैकलिस्ट होने से अमेरिकी इन्वेस्टर्स शाओमी में निवेश नहीं कर पाएंगे, लेकिन शाओमी अभी भी अमेरिकी टेक्नोलॉजी को इम्पोर्ट कर सकती है।
Apple को पछाड़ टॉप 3 में Xiaomi
शाओमी का मार्केट शेयर तेजी से बढ़ा है। गार्टनर के डेटा के मुताबिक, साल 2020 की तीसरी तिमाही में Apple को पीछे छोड़ते हुए Xiaomi दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता बन गई है।