अगर आप किसी दूसरे टेलीकॉम ऑपरेटर के सस्ते और अच्छे प्लान्स का लाभ उठाना चाहते हैं तो आसानी से ऐसा कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपना मोबाइल नंबर बदलने की जरूरत नहीं है। यूजर्स को बस अपने मोबाइल नंबर को पोर्ट करना होगा। सिम पोर्ट कराने का प्रोसेस बेहद आसान है। आप घर से बैठकर ही सिम पोर्ट करना के लिए रिक्वेस्ट कर सकते हैं। यदि आप अपने मौजूदा टेलीकॉम ऑपरेटर से परेशान हो गए हैं तो यहां बताए गए तरीके से अपनी सिम पोर्ट कर सकते हैं। Also Read - WhatsApp Tricks: नहीं पड़ेगी पर्सनल डायरी की जरूरत, व्हाट्सऐप में ऐसे सेव करें काम की चीजें
मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी कैसे करें ? (How to Port Mobile Number?)
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सिम पोर्ट कराने से यूजर को अपना मोबाइल नंबर नहीं बदलना होगा। वे उसके बदले बिना ही टेलीकॉम ऑपरेटर को बदल पाएंगे। बता दें कि सिम पोर्ट कराने की कोई सीमा नहीं है। आप जितनी बार चाहें, उतनी बार सिम पोर्ट करा सकते हैं। इसके लिए आपको नीचे बताए गए स्टेप्स फॉलो करने होंगे। Also Read - Redmi Note 10s Review in Hindi: स्टाइलिश लुक और अच्छी परफॉर्मेंस वाला बजट स्मार्टफोन
जानिए कैसे करेंगे इसका इस्तेमाल
- आपको सिम पोर्ट कराने के लिए अपने मौजूदा मोबाइल नंबर से 1900 पर SMS भेजना होगा।
- उदाहरण के लिए आप PORT मोबाइल नंबर लिखकर 1900 पर भेज दें।
- इसके बाद आपके नंबर पर एक यूनिट पोर्टिंग कोड आ जाएगा। यह 15 दिन तक मान्य होगा।
- फिर अपने पास वाले के रिटेल स्टोर पर जाएं और उन्हें सिम पोर्ट करने के लिए कहें।
- ध्यान रखें कि अपने साथ पासपोर्ट साइज की फोटो और पहचान प्रमाण की स्वप्रमाणित कॉपी ले जाएं। एड्रेस प्रूफ के तौर पर आप रेंट एग्रीमेंट, लैंडलाइन बिल, बिजली बिल या तीन महीने के बैंक स्टेटमेंट की कॉपी जमा कर सकते हैं।
- अगर आप पोस्टपेड सब्सक्राइबर हैं तो बिल की कॉपी जमा करनी होगी।
- डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन पूरा करने के बाद मौजूद सिम बंद हो जाएगी और नई सिम मिल जाएगी। इस प्रोसेस में लगभग एक सप्ताह तक लग सकता है। इस तरह आसानी से आपका नंबर पोर्ट हो जाएगा।