WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी आने के बाद से Signal ऐप को सबसे ज्यादा सर्च किया जा रहा है। दरअसल, Tesla के फाउंडर एलन मस्क (Elon Musk) ने WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी अपडेट आने के बाद अपने ट्विटर (Twitter) हैंडल से “Use Signal” ट्वीट कर दिया। जिसके बाद से यह ऐप काफी ज्यादा ट्रेंड में आ गया। एलन मस्क के ट्वीट के बाद Signal ऐप का डाउनलोड इतना बढ़ गया कि इस ऐप के वेरिफिकेशन कोड यूजर्स को देरी से मिले। हालांकि, बाद में सर्वर में आए इस ग्लीच को ठीक कर लिया गया। Also Read - Nokia 1.4, Nokia 6.4 5G और Nokia 7.4 5G जल्द होंगे लॉन्च, सामने आए फीचर्स
अब आप समझ ही गए होंगे कि Signal ऐप पिछले दो दिनों से चर्चा में क्यों है? Signal भी WhatsApp की तरह ही ये एंड-टू एंड एनक्रिप्शन फीचर के साथ आता है। साथ ही, इसमें कई ऐसे फीचर्स दिए गए हैं जो आपको WhatsApp में भी मिलते हैं। यही नहीं, इसमें ऐसे फीचर्स भी हैं जिन्हें WhatsApp में हाल ही में जोड़ा गया है। आज हम आपको Signal ऐप के बारे में बताने जा रहे हैं। साथ ही, आपको ये भी बताएंगे कि इस ऐप को इस्तेमाल करें। Also Read - FAU-G गेम 26 जनवरी को होगा लॉन्च, iPhone यूजर्स हो सकते हैं निराश
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इसका WhatsApp से क्या है संबंध?
WhatsApp अब तक दुनिया का सबले लोकप्रिय इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप बना हुआ है। अन्य किसी भी चैटिंग ऐप के मुकाबले इस ऐप के सबसे ज्यादा डाउनलोड्स हैं। पिछले 10 सालों से ये लोगों के कम्युनिकेशन का मुख्य जरिया बना हुआ है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि WhatsApp के फाउंडर Brian Acton (ब्रायन एक्टॉन) ने ही Signal ऐप को क्रिएट किया है। 2017 में मार्क जकरबर्ग (Mark Zukerberg) के साथ मतभेद की वजह से उन्होंने WhatsApp से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद उन्होंने Signal ओपन सोर्स चैटिंग ऐप को डेवलप किया है।
ब्रायन WhatsApp यूजर्स के डाटा को मार्केट नहीं करना चाहते थे, जिसकी वजह से उनके और मार्क जकरबर्ग के बीच मतभेद हुआ। कैम्ब्रिज एनालिटिका डेटा लीक प्रकरण में Facebook का नाम आने के बाद से कंपनी पर यूजर डेटा को मार्केट करने का आरोप लगता आ रहा है। WhatsApp अब तक यूजर्स के बीच इसलिए लोकप्रिय रहा है क्योंकि इसे सबसे ज्यादा सिक्योर ऐप माना जा रहा था लेकिन नई प्राइवेसी पॉलिसी में कंपनी ने यह साफ किया है कि वो यूजर की निजी जानकारियों को पैरेंट कंपनी Facebook और उनकी सहयोगी कंपनियों के साथ शेयर करेगी। इसके बाद से WhatsApp के प्रति यूजर्स का गुस्सा बढ़ गया है और वो अल्टर्नेटिव ऐप्स में स्वीच कर रहे हैं।
Signal ऐप कहां से करें डाउनलोड?
WhatsApp की तरह ही आप इस ऐप को Google Play Store और iOS स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इस ऐप की साइज Android के लिए 97MB है वहीं, iOS यूजर के लिए इस ऐप की साइज 133MB है। इस ऐप के जरिए आप वीडियो कॉल, वॉयस कॉल जैसे फीचर का इस्तेमाल कर सकते हैं। यही नहीं, इस ऐप की सबसे खास बात ये है कि इसे एक साथ कई डिवाइसेज के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है। आपको इसमें डिवाइस लिंक करने का ऑप्शन भी मिलेगा।
ऐप वर्जन (iOS) – 5.0.3
ऐप वर्जन (Android) – 5.0.8
दुनियाभर के जर्नलिस्ट्स और खूफिया रिपोर्टर इस ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं। Google Play Store पर इस ऐप को 4.5 रेटिंग मिली है और इसके 10 मिलियन से ज्यादा डाउनलोड्स हैं। पिछले दो दिनों में इस ऐप का डाउनलोड काफी बढ़ा है।
Signal ऐप को किस तरह करें इस्तेमाल?
WhatsApp की तरह ही इस ऐप को प्ले स्टोर (Play Store) या ऐप स्टोर (App Store) से डाउनलोड करना होगा। ऐप डाउनलोड करने के बाद आपको अपना मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा।
मोबाइल नंबर दर्ज करने के बाद ये आपके फोन में वेरिफिकेशन कोड भेजेगा, जिसके बाद यह ऐप आपके मोबाइल को ऑथोराइज करेगा।
इसके बाद इसमें भी आप WhatsApp की तरह ही प्रोफाइल क्रिएट कर सकते हैं। हालांकि, इसका इंटरफेस WhatsApp से अलग है लेकिन आपको WhatsApp वाले लगभग सभी फीचर मिलेंगे।
आपके फ्रेंड्स या फैमिली मेंबर अगर Signal ऐप से नहीं जुड़ें हैं तो आप उन्हें इन्वाइट भेजकर इस ऐप से जोड़ सकते हैं। ऐप के टॉप राइट में दिए गए तीन बिंदुओं पर टैप करने से नया ग्रुप क्रिएट करने, इन्वाइट करने और सेटिंग्स का विकल्प मिलेगा।
इस तरह से आपके कॉन्टैक्ट्स में जो भी इस ऐप को इस्तेमाल कर रहे हैं उन्हें सर्च टैब में देख सकते हैं। किसी भी कॉन्टैक्ट पर टैप करके आप फोटोज, वीडियोज और टेक्स्ट मैसेज को शेयर कर सकते हैं।
वीडियो या ऑडियो कॉलिंग के लिए आपको कॉन्टैक्ट के नाम के सामने बने ऑप्शन पर टैप करना होगा। आप चाहे तो वीडियो या फिर ऑडियो कॉल कर सकते हैं।
Signal में क्या है खास?
Signal ऐप में सबसे खास बात यह है कि ये आपके किसी भी डेटा को सर्वर पर स्टोर नहीं करता है। इस ऐप पर किए गए कम्युनिकेशन, चैट बैक-अप, फोटोज, वीडियोज आदि को आप अपने डिवाइस में ही स्टोर कर सकेंगे। एक बात ध्यान देने की ये है कि फोन में बैक-अप क्रिएट करते समय आपको 30 डिजिट का बैक-अप कोड मिलेगा। इसे आपको लिखकर कहीं रखना होगा। इसके बाद आप अगर ऐप को दोबारा फोन में इंस्टॉल करेंगे तो उस कोड के जरिए आप ऐप के सभी कम्युनिकेशन को री-स्टोर कर सकेंगे। तो, है न कमाल का यह ऐप? अगर, आप WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी को नहीं मानना चाहते हैं तो इस ऐप में स्वीच कर सकते हैं।